क्यों ! बाजार में मिलने वाले पारद शिवलिंग असली नहीं होते ?......जानें शास्त्र क्या कहते हैं
शास्त्रों में वर्णित पारद शिवलिंग क्या है?
क्या आपके पारद शिवलिंग असली हैं ?
क्या आजकल बाजार में मिलने वालेपारद शिवलिंग वही है, जो शास्त्रों में वर्णित है?या इसमें छुपा है..... कोई रहस्य?
अधिकतर बाजार के पारद शिवलिंग –
❌ अशुद्ध पारद❌ नीला थोता और केमिकल से सॉलिड करके बनाये जाते हैं।इन्हें सॉलिड करने के लिए केमिकल मिलाकर रूप दिया जाता है –ये एक अशुद्ध, मिलावटीप्रक्रिया है।
शास्त्रों में असली विधि
प्राकृतिक रूप से मिलने वाले पारद या Mercury को पहले 8 संस्कारो से गुजारा जाता है ताकि वह सभी प्रकार की अशुद्धियों से मुक्त हो कर जाग्रत अवस्था को प्राप्त कर सकें
8 संस्कार का महत्व
अष्ट (8) संस्कार पूर्ण होने से –* पारद में उपस्थित सभी अशुद्धियां समाप्त हो जाती है
* पारद जहरीला नहीं रहता
* पारद कालिख नहीं देता
* पारद जाग्रत हो जाता है
* यह सिद्ध एवं पूज्यनीय हो जाता है
पारद को ठोस स्वरुप देने के लिए तीन प्रकार की भस्मो में से किसी एक या एक से ज्यादा का प्रयोग किया जाता है।
1. हीरे की भस्म या हीरक भस्म
2. स्वर्ण भस्म या सोने की भस्म
3. चांदी की भस्म
अष्ट संस्कारित पारद से पारद शिवलिंग बनाने की विधि
असली पारद शिवलिंग की पहचान
* कभी कालिख नहीं देता* स्वर्ण ग्रास करता है* जहरीला नहीं होता* अर्पित किया हुआ दूध , जल ग्रहण किया जा सकता है
अपने घर और पूजा स्थल
को नकली पारद शिवलिंग
से बचाएं।
लाएं शुद्ध, प्रमाणित और शास्त्रसम्मत
पारद शिवलिंग।👉🏻